swami

अद्वैत वेदांत के अनुसार सत्ता के तीन रूप है –  परमार्थिक सत्ता , प्रतिभासिक सत्ता और व्यावहारिक सत्ता ।  जिस वस्तु का अस्तित्व तीनों कालों में अबाधित हो, वह परमार्थिक सत्ता है और ऐसी सत्ता केवल ब्रह्म की है । जिस वस्तु के अस्तित्व का प्रतिभास मात्र हो, वह प्रतिभासिक सत्ता है । संसार में हम जिसके अस्तित्व को व्यवहार मात्र के लिए सत्य मानते हैं, वह  व्यावहारिक सत्ता है । 

हरि ॐ !

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