swami-face

जल से भरे हुए मिट्टी के विभिन्न पात्रों में जिस प्रकार एक ही सूर्य के अनेक प्रतिबिंब प्रतीत होते हैं उसी प्रकार यह जगत भी एक ही परम सत्ता की अभिव्यक्ति है। उस परम सत्ता की, अनेक रूपों में अभिव्यक्ति होने के कारण ही हमको जगत में विविधता का भ्रम होता है।
हरि ॐ !

Menu
WeCreativez WhatsApp Support
व्हाट्सप्प द्वारा हम आपके उत्तर देने क लिए तैयार हे |
हम आपकी कैसे सहायता करे ?