स्वामी अभयानंद जी महाराज की वेबसाइट में आपका हार्दिक स्वागत हे.
+919773591673
WhatsApp Share
आपका शरीर बदल गया है और इसका जानने वाला ज्यों का त्यों है। यदि वह भी बदल जाता तो कौन जानता कि पहले आपका रूप कैसा था और अब कैसा हो गया है। अतः इससे सतत स्मरण होता है कि जो चेतन है, आत्मा है वही है अपना स्वरूप और उसका कभी नाश नहीं होता।