स्वामी अभयानंद जी महाराज की वेबसाइट में आपका हार्दिक स्वागत हे.
+९१-९४२७२१७६६६
WhatsApp Share
यह शरीर और आत्मा मिली हुई है कई कई जन्मों से। जड़ और चेतन मिला हुआ है। आप विचार करके चेतन को पकड़ लो और जड़ को छोड़ दो। विचार करके आत्मा को शरीर से अलग कर लो। इसे जो कर सके वही साधक। हरि ॐ !