स्वामी अभयानंद जी महाराज की वेबसाइट में आपका हार्दिक स्वागत हे.
+919773591673
WhatsApp Share
यह सृष्टि कर्मबंधन से युक्त है। इसका तात्पर्य यह है कि संसार में मनुष्य जो कुछ भी कर्म करता है, उनके फल का भोग किये बिना उसे संसार के बंधन से छुटकारा नहीं मिलता। हरि ॐ!