संहिता, ब्राह्मण, आरण्यक और उपनिषद्, ये वेद के चार भाग हैं।
(१) संहिता में वैदिक देवी देवताओं की स्तुति के मंत्र हैं।
(२) ब्राह्मण में वैदिक कर्मकाण्ड और यज्ञों का वर्णन है।
(३) आरण्यक में कर्मकाण्ड और यज्ञों की रूपक कथाएँ और तत् सम्बन्धी दार्शनिक व्याख्याएँ हैं।
(४) उपनिषद् में वास्तविक वैदिक दर्शन का सार है।
हरि ॐ !
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